Friday, October 8, 2010
कहां गई वह जरूरी फाइल?
कहीं अता-पता ही नहीं है। जिस वर्ड फाइल में आप रोजाना के आंकड़े डालते आए थे वह आज कंप्यूटर में है ही नहीं। ऊपर से बॉस का फोन आ रहा है कि फाइल जल्दी लाओ और आप सोच रहे हैं क्या करूं, कहां से लाऊं उस फाइल को? चिंता न करें, ज्यादातर मामलों में खोई हुई फाइल को ढूंढा जा सकता है। संभावना है कि आपकी फाइल या तो किसी और जगह कट-पेस्ट हो गई है, या फिर गलती से डिलीट हो गई है। आइए, जानते हैं कि इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है :
- कहीं आपने अपनी फाइल को गलती से 'Hide' तो नहीं कर दिया? किसी भी फाइल की 'Properties' में जाकर आप उसे Hidden फाइल में बदल सकते हैं। अपने सिस्टम की सभी Hidden फाइलों को देखने के लिए Tools, Folder Options, View पर जाकर Show Hidden Files and Folders ऑप्शन को दबाएं और देखें, क्या आपकी फाइल पुरानी जगह पर लौट आई है?
- अगर नहीं, तो हो सकता है, फाइल डिलीट हो गई हो। अपने डेस्कटॉप पर 'Recycle Bin' पर एक नजर डालिए। अगर फाइल वहां दिखाई देती है तो माउस को राइट क्लिक कर फाइल को 'Cut' करें और जिस जगह आप चाहते हैं वहां लाकर 'Paste' कर लें।
- अगर फाइल 'Recycle Bin' में भी नहीं है तो हो सकता है आपने उसे किसी फोल्डर में डाल दिया हो। इसके लिए विंडोज सर्च को आजमाकर देखें। इसके लिए Start बटन दबाकर पहले Search ऑप्शन को क्लिक करें उसके बाद For Files and Folders पर क्लिक करें। अब खुलने वाले डायलॉग बॉक्स में What do you want to search for के जवाब में All Files and Folders पर क्लिक करें। अब खाली जगहों पर फाइल का नाम डालें। याद हो तो फाइल में यूज किया कोई खास शब्द या वाक्य भी डालकर देखें और 'Search' बटन दबाएं। हो सकता है सर्च करने के बाद आपकी खोई फाइल मिल जाए।
- अगर नहीं, तो हो सकता है, आप फाइल का सही नाम याद न कर पा रहे हों। क्या वह माइक्रोसॉफ्ट वर्ड डॉक्यूमेंट था? यदि हां, तो Search डायलॉग के Files नाम वाले बॉक्स में *.doc लिखें और Search बटन दबाएं। Search Results में कंप्यूटर में मौजूद सभी वर्ड डॉक्यूमेंट दिखाए जाएंगे। हो सकता है आपकी खोई हुई फाइल इनमें दिखाई दे जाए। माउस को राइट क्लिक कर फाइल को कॉपी करें और जहां चाहे वहां पेस्ट कर लें। दूसरी तरह की फाइलों के लिए भी आप यही कमांड यूज कर सकते हैं। बस *. के आगे फाइल एक्सटेंशन लिखना होगा। माइक्रोसॉफ्ट एक्सल के लिए *.xls, टेक्स्ट फाइल के लिए *.txt, इमेज फाइल के लिए *.jpg, *.gif या *.bmp, पीडीएफ फाइल के लिए *.pdf, पावर प्वॉइंट के लिए *.ppt को यूज करें।
अगर आप विंडोज की Search सुविधा से संतुष्ट नहीं हैं तो किसी दूसरी कंपनी द्वारा डिवेलप 'फाइल सर्च युटिलिटी' को आजमा सकते हैं। इन सॉफ्टवेयरों को यूज करके आप फाइल और फोल्डरों को आसानी से ढूंढ सकते हैं। कुछ फ्री और अच्छी युटिलिटीज हैं :
- गूगल डेस्कटॉप सर्च (desktop.google.com)
- फाइल फाइंडर (mcrenox.com.ar/filefinder)
- एव्रीथिंग (voidtools.com)
- अल्ट्रा फाइल सर्च (ultrafilessearch.com)
अगर अभी भी फाइल का अता-पता नहीं है तो लगता है फाइल आपके सिस्टम और री-साइकल बिन दोनों से डिलीट हो चुकी है। लेकिन फिर भी ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि फाइल को डिलीट करने पर भी वह कंप्यूटर से पूरी तरह डिलीट नहीं होती बल्कि उसमें तब तक अदृश्य रूप से मौजूद रहती है जब तक कि कंप्यूटर को किसी दूसरी फाइल को सेव करने के लिए उस स्पेस की जरूरत न हो। सामान्य हालात में ऐसा बहुत कम होता है क्योंकि आपकी हार्ड डिस्क में हमेशा ही काफी स्पेस खाली पड़ा होता है और नई फाइलें सेव करने के लिए कंप्यूटर को जगह की कमी नहीं होती। यानीआमतौर पर हर डिलीटेड फाइल (अगर वह बहुत ज्यादा बड़ी नहीं है) तब तक कंप्यूटर में अदृश्य रूप में मौजूद होती है जब तक कि आप हार्ड डिस्क को फॉरमैट न कर लें, या किसी सॉफ्टवेयर की मदद से उसे हमेशा के लिए डिलीट न कर दें। हां, यह फाइल दिखाई नहीं देती क्योंकि डिलीट करने पर उसे कंप्यूटर में दिखाने वाली एंट्री हटा दी जाती है। अब आपको इस 'अदृश्य' फाइल को 'रिकवर' करना है।
- डिलीट की हुई फाइलों की रिकवरी के लिए इनमें से कोई फ्री सॉफ्टवेयर यूज करें। ये सॉफ्टवेयर लगभग सभी डिलीट फाइलों को ढूंढ सकते हैं, भले ही वे रि-साइकल बिन से भी डिलीट हो चुकी हों।
- पीसी इंस्पेक्टर (pcinspector.de)
- फाइल रिस्टोर प्लस (undeletplus.com)
- रिक्यूवा (piriform.com/recuva)
अगर इन सबके बाद भी आपकी फाइल नहीं मिले तो किसी प्रोफेशनल डेटा रिकवरी फर्म की मदद लें।
एक बात जरूर याद रखें : अपनी जरूरी फाइलों को एक ही जगह पर न रखें, बल्कि उनका अलग फोल्डर बनाकर उसे कम-से-कम दो जगहों पर रखें। इसके अलावा अपनी बेहद जरूरी डाक्यूमेंट्स को ऑनलाइन स्टोर करके रखें, ताकि ऐसी प्रॉब्लम दोबारा न आए।
Saturday, September 11, 2010
Monday, August 23, 2010
Wednesday, August 18, 2010
वक़्त तो लगता है
नए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है
गाँठ अगर लग जाये तो फिर रिश्ते हो या डोरी
लाख करे कोशिश ,खुलने में वक़्त तो लगता है
जिस्म की बात नही थी ,उनके दिल तक जाना था
लम्बी दुरी तय करने में वक़्त तो लगता है
Wednesday, August 11, 2010
मोबाइल की आत्माओं से मिलिए

एंड्रॉयड , सिंबियन , बाडा , ओएस ..
ऐसे शब्द आपको अगर अनजान लगते हैं और पूछने में हिचक होती है तो आज यही कन्फ्यूजन मिटाने के लिए लाए हैं मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टमों के बारे में पूरी जानकारी। साथ ही यह भी कि क्यों ये अब आपके हैंडसेट के बाकी फीचरों से ज्यादा अहम हो गए हैं। इस बार दो सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टमों एंड्रॉयड और सिंबियन की जानकारी दे रहे हैं
आशीष पांडे :
क्या होता है ओएस
ओएस यानी ऑपरेटिंग सिस्टम , यह कंप्यूटर का भी होता है और मोबाइल का भी। फोन की बॉडी अगर शरीर है तो ऑपरेटिंग सिस्टम उसकी आत्मा , यानी जिस पर पूरा फोन फंक्शन करता है। स्मार्ट - फोन में ओएस की अहमियत काफी बढ़ जाती है क्योंकि उसे स्मार्ट बनाने का काम यही करता है। पहले हम समझते हैं एक नॉर्मल और स्मार्ट - फोन का अंतर। एक साधारण फोन में आप ज्यादा - से - ज्यादा जावा प्लैटफॉर्म पर बने ऐप्लिकेशन चला सकते हैं , जो या तो आपके फोन में पहले से लोड होते हैं या फिर आपका ऑपरेटर उन्हें आपको लोड करने की सहूलियत देता है। ये फोन कम दाम के होते हैं और एक तरह से इनका सिस्टम क्लोज्ड होता है। वहीं स्मार्ट - फोन की खासियत यह है कि ये ज्यादा ओपन होते हैं यानी इनमें थर्ड पार्टी ( इंडिपेंडेंट डिवेलपर ) द्वारा डिवेलप किए गए ऐप्लिकेशन जोड़े जा सकते हैं।
सिंबियन : बादशाहत बरकरा
इसे आप दुनिया का सबसे पॉप्युलर ऑपरेटिंग सिस्टम कह सकते हैं। करीब 47 परसेंट फोन सिंबियन पर ही चलते हैं। नोकिया के लगभग सभी फोन सिंबियन ऑपरेटेड हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से सिंबियन को घाटा हो रहा है और गूगल के एंड्रॉयड , ब्लैकबेरी और आई - फोन के ऑपरेटिंग सिस्टमों ने इसका हिस्सा काटा है। 2008 में सिंबियन का मार्केट शेयर करीब 52 फीसदी था।
इस ऑपरेटिंग सिस्टम के सबसे लेटेस्ट वर्जन सिंबियन -3 के साथ नोकिया अपना सबसे बड़ा दांव खेलने जा रही है , नोकिया एन -8 को लाकर। इसमें 12 मेगापिक्सल का कैमरा , एचडी विडियो और सराउंड साउंड जैसे फीचर तो हैं ही। नोकिया को उम्मीद है कि इसका ऑपरेटिंग सिस्टम इतना स्मूद होगा कि वह अपना खोया माकेर्ट शेयर फिर हासिल कर लेगी। एन -8 सिंबियन -3 पर चलने वाली पहली डिवाइस होगी। कुछ लोगों का कहना था कि नोकिया को अब सिंबियन का दामन छोड़ कोई और ऑपरेटिंग सिस्टम लाना चाहिए , लेकिन कंपनी ने साफ किया है कि अगले कुछ साल में कम - से - कम 5 करोड़ हैंडसेट वह सिंबियन 3 पर ही लाएगी।
डिवाइस : सिंबियन 1 या एस -60 सीरीज वह प्लैटफॉर्म है , जिस पर अधिकतर हैंडसेट चल रहे हैं। इसे लेनोवो , सैमसंग , एलजी ने भी अपने प्रॉडक्ट्स में इस्तेमाल किया है। एस -60 के अब तक पांच एडिशन आ चुके हैं। पांचवें एडिशन पर चलने वाली डिवाइसेज में नोकिया 5800 , 5530 , 5230 के अलावा एन -97 , एक्स 6 , सी -6 , सोनी एरिक्सन विवाज , सैटियो और सैमसंग ओमनिया एचडी शामिल हैं। एस -60 के 3.1 एडिशन पर नोकिया ई -72 , ई -75 के अलावा नोकिया के 5320 , 6730 , एन -85 , 86 , 79 समेत सैमसंग के भी कुछ फोन शामिल हैं। 3.0 ओएस पर ई - सीरीज की बाकी डिवाइसेज के अलावा एन -71 आदि चलती थी। इस्तेमाल में आसानी और चलन में ज्यादा होने की वजह से सिंबियन अब तक सबका फेवरिट रहा , लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या यह फ्यूचर का ओएस रह पाएगा। एन -8 की कामयाबी इसका जवाब देगी।
ऐप्लिकेशन : आप अगर सिंबियन डिवाइस नोकिया पर इस्तेमाल कर रहे हैं तो ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए ओवी स्टोर एक्सेस कर सकते हैं। यह तीसरा सबसे बड़ा एप स्टोर है और 6000 से ज्यादा ऐप्लिकेशन यहां मौजूद हैं। इसी तरह सैमसंग एप्स से आप सैमसंग हैंडसेट पर ऐप्लिकेशन लोड कर सकते हैं।
एंड्रॉयड : फ्यूचर का ओएस
गूगल का एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम इस वक्त सबसे एक्साइटिंग प्लेयर के तौर पर लिया जा रहा है। मोबाइल फोन ही नहीं , टैब्लेट पीसी और नेटबुक बनाने वाली कंपनियां भी इसे अपना रही हैं। इस पर आधारित पहला फोन एचटीसी ड्रीम था , जिसे अक्टूबर 2008 में लॉन्च किया गया था। अब एचटीसी के अलावा सैमसंग , मोटोरोला , सोनी एरिक्सन , एलजी जैसी कंपनियां एंड्रॉयड पर आधारित अपने हाई - एंड स्मार्ट - फोन ला रही हैं। हालांकि एक अनुमान के मुताबिक स्मार्ट - फोन के बाजार में एंड्रॉयड फोंस का हिस्सा पिछले साल के आखिर तक 3.5 फीसदी था , लेकिन इसमें गजब की तेजी आ रही है। अनुमान है कि 2012 तक यह सिंबियन के बाद नंबर -2 मोबाइल ओएस बन जाएगा और ब्लैकबेरी और आई - फोन को पछाड़ सकता है।
क्या है खास : एंड्रॉयड इंक नाम की कंपनी ने इसकी शुरुआत की थी , जिसे बाद में गूगल ने खरीद लिया और फिर हार्डवेयर , सॉफ्टवेयर और टेलिकॉम की 71 कंपनियों के समूह ओपन हैंडसेट अलायंस ने इसे अपने हाथ में ले लिया। एंड्रॉयड में मोबाइल डिवाइसेज के लिए मल्टी - टच , मल्टी - टास्किंग , 3 डी ग्राफिक्स , एक्सलरोमीटर , टचस्क्रीन , जीपीएस जैसे तमाम फीचरों के लिए हाई क्वॉलिटी प्लैटफॉर्म तो है ही , बढि़या ब्राउजिंग एक्सपीरियंस भी है। सिंबियन के बजाय इसे तवज्जो देनेवालों का तर्क यह भी है कि एंड्रॉयड डिवेलप ही टचस्क्रीन मोबाइल के हिसाब से हुआ इसलिए इसमें हर फीचर नई जेनरेशन के स्मार्ट - फोन पर ज्यादा फिट बैठता है , जबकि सिंबियन में इनके हिसाब से मजबूरन चेंज किए गए हैं।
एंड्रॉयड के अब तक पांच वर्जन आ चुके हैं। पहला वर्जन 1.1 था , जोकि फरवरी 2009 में आया। इसके बाद 1.5 कपकेक , 1.6 डोनट , 2.0-2.1 एक्लेयर और अब लेटेस्ट 2.2 फ्रोयो आ रहा है। कपकेक में जहां यू - ट्यूब और एनिमेटेड स्क्रीन जैसे फीचर आए , तो डोनट के साथ ज्यादा वॉयस बेस्ड फीचर , इंटीग्रेटेड कैमरा और बेहतर ऐप्लिकेशन स्टोर आया। एक्लेयर ने कैमरा , मल्टी - टच , यूजर इंटरफेस और ब्राउजिंग को बेहतर किया है। अब 2.2 फ्रोयो के साथ स्पीड , मेमरी , ब्राउजिंग , अडोबी फ्लैश 10.0 समेत पूरे यूजर एक्सपीरियंस में नया अडवांसमेंट आ रहा है।
डिवाइस : गूगल का नेक्सस वन , मोटोरोला के ड्रॉयड और माइलस्टोन , एचटीसी के डिजायर , हीरो , टैटू , सैमसंग गैलेक्सी , एलजी का जीडब्ल्यू 620 और सबसे लेटेस्ट ओलिव पैड 3 जी टैब्लेट एंड्रॉयड पर चलती हैं। माइलस्टोन और एचटीसी हीरो 30 हजार रुपये की रेंज में हैं , जबकि एलजी का हैंडसेट और टैटू 16-17 हजार रुपये की रेंज में हैं। गैलेक्सी 25 हजार रुपये और ओलिव पैड 22 हजार रुपये की रेंज में मिल रहा है।
ऐप्लिकेशन : एंड्रॉयड स्टोर में 70 हजार से ज्यादा ऐप्लिकेशन हैं और एक अरब से ज्यादा डाउनलोड दर्ज हो चुके हैं। अपने ऐप्लिकेशन के अनूठेपन की वजह से एंड्रॉयड बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यह आपको फोन पर काफी कुछ नया करने की आजादी देता है। आनेवाले वक्त का ओएस पक्के तौर पर एंड्रॉयड ही होगा।
Tuesday, August 3, 2010
यू टूयब से online video डाउनलोड करें

हां दोस्तो कभी-कभी यूट्यूब पर वीडियों देखते हुए कोई वीडीयो डाउनलोड करने कर मन करता है। जिसे हम डाउनलोड नही कर पाते लेकिन अब ऐसा नही अब आप वीडीयो डाऊनलोड कर सकते हैं। बिल्कुल मुफ्त वैसे तो नेट पर बहुत से online वीडीयो डाऊनलोडर हैं लेकिन मुझे सबसे बढिय़ा डाऊनलोडर लगा। http://catchvideo.net/ डाऊनलोडर तो अब आप भी इसका मजा ले इस पर जाने के लिए यहां http://catchvideo.net/ चटका लगाएं।
Saturday, July 31, 2010
यूएसबी गार्जियन लगाएगा पेन ड्राइव के वायरसों पर लगाम
यह प्रोग्राम पृष्ठभूमि में चलता है। जब आप अपनी पेन ड्राइव को अपने कम्प्यूटर से जोड़ते हैं तब यह पेन ड्राइव की संदेहास्पद फाइलों को प्रतिबंधित कर देता है। यानि कि एक तरह से उनपर ताला लगा देता है। यदि आप उन फाइलों को चलाना चाहें तो इसी अनुप्रयोग के जरिए प्रतिबंध हटा भी सकते हैं। और यदि उन्हे मिटाना चाहें तो मिटा भी सकते हैं।

यूएसबी गार्जियन को यहां से डाउनलोड किया जा सकता है http://www.usb-guardian.com/
ध्यान रहे स्थापना प्रक्रिया के दौरान यह अपने साथ एक टूलबार भी स्थापित करता है। यदि आप उस टूलबार को स्थापित न करना चाहें तो लाईसेंस अनुबंध स्वीकार मत कीजिएगा।

Friday, July 30, 2010
हैम्स्टर वीडियो परिवर्तक से किसी भी संरूप में वीडियो फाइलें परिवर्तित करें
वीडियो संरूपों के अलावा यह दुनिया भर की ढेर सारी भाषाओं का भी समर्थन करता है। लेकिन दु:ख की बात यह है कि इसमें भारत की एक भी भाषा का नाम नही है।

डाउनलोड का पता है: http://videoconverter.hamstersoft.com
Thursday, July 29, 2010
महंगाई के बाद बहस नरेंद्र मोदी के अपराधों पर होगी.
अपनी राजनीतिक धार तेज़ करने के चक्कर में बी जे पी ने एक खूबसूरत मौक़ा गंवा दिया . क्योंकि सच्चाई यह है कि महंगाई बढ़ रही है और सरकार के लोग उसको हवा दे रहे हैं . मिसाल के तौर पर , यह माना जाता है कि कि पेट्रोलियम पदार्थों की महंगाई एक बड़े उद्योगपति को लाभ पंहुचाने के लिए बढ़ाई गयी है . उस उद्योगपति के खिलाफ न तो कोई कांग्रेसी बोलता है और न ही कोई बी जे पी वाला क्योंकि दिल्ली के सत्ता के गलियारों में यह आम चर्चा है कि उस उद्योगपति की आर्थिक कृपा बी जे पी पर भी कांग्रेस से कम नहीं रहती.सभी . अपने देश की राजनीति के पूंजी पर आश्रित होने की इस से बड़ी मिसाल नहीं मिलेगी कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढाने वाला विभाग भी इसी पूंजीपति के अपने बन्दे के पास है . इसलिए महंगाई के मामले में सरकार की गैर ज़िम्मेदारी को सार्वजनिक मंच पर लाया जाना चाहिए . महंगाई बढ़ने के सवाल पर सरकार को कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता .पिछली नवम्बर में प्रधान मंत्री के ख़ास अर्थ शाह्स्त्री और योजना आयोग के उपाध्य्ताक्ष, मान्टेक सिंह अहलूवालिया ने ऐलान किया था कि मार्च २०१० तक कीमतों पर काबू पा लिया जाएगा.जब वे यह घोषणा कर रहे थे तो थोक मूल्य सूचकांक पर मुद्रास्फीति की दर डेढ़ फीसदे ठगी लेकिन खाद्य सामग्री पर हर साल साढ़े तेरह फीसदी की वृद्धि हो रही थी .लेकिन जनवरी आते आते महंगाई की दर १६ फीसदी हो गयी जो फरवरी में १५ फीसदी पर स्थिर हुई. प्रधान मंत्री ने तुरंत फरमाया कि बुरा वक़्त ख़त्म हो गया है .लेकिन ऐसा था नहीं महंगाई बढ़ती जा रही है और लगता है कि सरकार के बड़े नेता और मंत्री चाहते हैं कि महंगाई बढे क्योंकि ऐसा होने से उनके करीबी जमाखोरों को मुनाफा हो रहा है .
ऐसी स्थिति में बी जे पी वालोंका संसद की कार्यवाही को रोकने की गरज से नियम १८४ के तहत बहस करवाने की जिद सीधे सीधे सरकार और बाकी विपक्ष को उलझाए रखने की नीति है क्योंकि महंगाई के अलावा और बाकी किसी मुद्दे पर बी जे पी के साथ कोई भी पार्टी नहीं है और ख़तरा यह हैकि अगर लोक सभा का काम ठीक से चलने लगा तो सी बी आई के राजनीतिक इस्तेमाल पर बहस शुरू हो जायेगी और उसमें यह बात भी सामने आ जायेगी कि बी जे पी के आज के सबसे बड़े नेता, नरेंद्र मोदी के दरवाज़े पर अपराध की जांच की डुगडुगी बज रही है. .और उनकी हर कारस्तानी पब्लिक के सामने आ जायेगी और बी जे पी का अडवानी गुट यह कभी नहीं चाहेगा कि नरेंद्र मोदी किसी आपराधिक मामले में फंसें. हालांकि महंगाई पर चर्चा अगर नियम १९३ के हिसाब से करा ली जाए तो दुनिया को मालूम पड़ेगा कि महंगाई की क्या हालात हैं .लेकिन बी जे पी के अपने स्वार्थ हैं कि वह संसद का काम काज रोकती रहे.
Tuesday, July 27, 2010
कम्प्यूटर देरी से स्टार्ट होता है
स्टेप 1 :
1. पहले Start, फिर Run पर क्लिक करें। इसके बाद Msconfig टाइप करें और Ok पर क्लिक करें।
2. System Configuration Utility लिखा आएगा। General टैब पर क्लिक करें। इसके बाद Load System Services लिखा आएगा। इस पर टिक लगाएं और ह्रद्म पर क्लिक करें। जब लिखा आए, तब कम्प्यूटर को री-स्टार्ट कर दें।
स्टेप 2 :
1. पहले Start, फिर Run पर क्लिक करें। इसके बाद Msconfig टाइप करें और Ok पर क्लिक करें।
System Configuration Utility डायलॉग बॉक्स में जाकर General टैब पर क्लिक करें। इसके बाद Selective Start-up पर क्लिक करें।
2.फिर Process SYSTEM.INI file पर टिक हटाएं।
3. इसके बाद Process WIN.INI file पर टिक हटाएं।
4. Load Startup Items पर टिक हटाएं। वेरिफाई कर लें कि Load System Services और Use Original BOOT.INI पर टिक लगा हो।
5. Services टैब पर क्लिक करें।
6. Hide All Microsoft Services को सिलेक्ट करें। इससे कंप्यूटर को चलाने वाली सभी जरूरी सविर्स छिप जाएंगी। सिर्फ वे दिखेंगी, जिनसे शायद आपका कम्प्यूटर स्लो चल रहा है। अगर आप Disabled All ऑप्शन को सिलेक्ट कर लेते हैं तो ये सभी सर्विस Disabled हो जाएंगी। अगर आप इनमें से किसी सर्विस की पहचान रखते हैं, जैसे एंटी वायरस स्कैनर, इस सर्विस को Disabled न करें।
7. अब आप Ok को क्लिक करें। और कम्प्यूटर को री-स्टार्ट कर दें।
कम्प्यूटर के स्टार्ट होने पर Don’t show this message or launch the system configuration utility when windows start लिखा आएगा। Ok को क्लिक करें।
अगर अब भी आपकी समस्या दूर नहीं हुई तो System Restore Utility (जोकि All Programs, Accessories, System Tools में मिलेगा) का इस्तेमाल कर अपने कम्प्यूटर को बैक डेट में ले जाएं। इसकी पूरी जानकारी हमने पहले भी दी हुई है।
Monday, July 26, 2010
विंडोज़ 7 के स्टिकी नोट्सों के लिए नुस्खे
स्टिकी नोट्स शुरू करने के लिए Start > Accessories > Sticky Notes में जाएं। आपके सामनें एक पीले रंग का छोटा सा आभासी कागज स्क्रीन पर आ जाएगा। इसपर आप जो चाहे लिख सकते हैं। और यह स्वत: ही आपके लिखे हुए को सहेज भी लेता है।
एक से अधिक स्टिकी नोट्स बनाना: प्रत्येक स्टिकी नोट्स के बांई ओर एक धन का चिन्ह बना होता है जिसमें क्लिक करके आप एक से अधिक स्टिकी नोट्स बना सकते हैं। और दाहिंनी ओर एक क्रॉस x का चिन्ह होता है जिसमें क्लिक करके किसी नोट को मिटाया जा सकता है।
किसी नोट का रंग बदलने के लिए उसमें दाहिना क्लिक कीजिए और फिर रंग चुन लीजिए।
अक्षरों का रूप बदलना: निम्न लिखित कुंजियों के संयोजन से आप अपने नोट्सों के अक्षरों का रंगरूप बदल सकते हैं
Format Keystroke Combination
Bold Ctrl+B
Italic Ctrl+I
Strikethrough Ctrl+T
Underline Ctrl+U
Increase Font Size Ctrl+Shift+>
Decrease Font Size Ctrl+Shift+<
Align Text Left Ctrl+L
Align Text Right Ctrl+R
Center Ctrl+E
Bulleted/Numbered Lists Ctrl+Shift+L
स्टिकी नोट्सों का बैकअप लेना: यदि आप स्टिकी नोट्सों में काफी महत्वपूर्ण जानकारी रखते हैं तो फिर उनका बैकअप लेना अच्छा रहेगा। स्टिकी नोट्स के आंकडों की फाइल C:\Users\{उपयोगकर्ता नाम}\AppData\Roaming\Microsoft\Sticky Notes फोल्डर में रहती है। इस फाइल का बैकअप लेकर आप अपने नोट्सों को सुरक्षित कर सकते हैं।
स्टिकी नोट्सों के नष्ट होने के पुष्टीकरण संदेश को पुन: प्राप्त करना: जब भी हम किसी स्टिकी नोट्स को मिटाते हैं उस समय हमारे सामने एक पुष्टीकरण हेतु संदेश आता है। इसमें Don’t Display this Message Again का एक चेकबॉक्स होता है जिसमें क्लिक करने से भविष्य में कभी पुष्टीकरण संदेश नही आता है।

आप चाहें तो पुष्टीकरण संदेश को पुन: सक्षम कर सकते हैं। इसके लिए रजिस्ट्री संपादक खोलें और यहां जाएं: HKEY_CURRENT_USER\Software\Microsoft\Windows\CurrentVersion\Applets\StickyNotes
यहां आपको PROMPT_ON_DELETE का विकल्प मिलेगा। इसका मान 1 कर दें और पुष्टिकरण संदेश सक्षम हो जाएंगे।

Sunday, July 25, 2010
पेन ड्राइव को बूट एबल विण्डो एक्सपी इंस्टालेशन डिवाइस बनाना

आजकल बाजार में सस्ते व छोटे नेट बुक कंप्यूटर आ रहे है जिन्हें यात्रा के समय लाने ले जाने में ज्यादा सुविधा रहती है इन नेट बुक लेपटोप में सी डी/ डी वी डी रोम नहीं होता अतः जब कभी इनमे ऑपरेटिंग सिस्टम दुबारा इंस्टाल करना पड़े तब बड़ी तकलीफ होती है यही नहीं जिन लेपटोप्स व डेस्कटॉप कंप्यूटर का सी डी / डी वी डी रोम ख़राब होने की स्थिति में विण्डो इंस्टाल करने में बड़ी असुविधा हो जाती है | लेकिन यदि आपके पेन ड्राइव में विण्डो सहेजी हो और पेन ड्राइव से कंप्यूटर को बूट कर यदि विण्डो इंस्टाल हो जाये तो कितनी आसानी हो | पेन ड्राइव को बूट एबल बनाना बहुत आसान है बस आपके पास 1gb का पेन ड्राइव व एक विण्डो एक्सपी की इंस्टालेशन सी डी होनी चाहिए यदि ये दोनों चीजे आपके पास है तो नीचे बताये चरण बद्ध तरीके से आप अपने पेन ड्राइव को बूट एबल विण्डो इंस्टालेशन डिवाइस बना सकते है |
* आपके पास कम से कम 1gb का पेन ड्राइव व विण्डो एक्सपी की इंस्टालेशन सी डी होनी चाहिए |
1 यहाँ चटका लगाकर एक फाइल डाउनलोड करे | इसे अनजिप करे | इस फाइल में दो फोल्डर मिलेंगे
1- Bootsect २ - USB_prep8
2- USB_Prep8 फोल्डर खोलकर उसमे usb_prep8 फाइल पर चटका लगाएं | इस फाइल पर चटका लगते ही एक console window खुलेगी |
3- आगे बढ़ने के लिए की-बोर्ड का कोई भी बटन दबाने को कहा जायेगा अतः कोई भी बटन पर चटका लगा दे | आप जैसे ही किसी बटन पर चटका लगायेंगे PeToUSB नाम की एक विण्डो खुलेगी |
5- इस समय आपका पेन ड्राइव कंप्यूटर में लगा होना चाहिए | इस विण्डो में पेन ड्राइव सलेक्ट करे और उसे फोर्मेट करने के लिए स्टार्ट पर चटका लगा दे |
6- पेन ड्राइव के फोर्मेट पूर्ण होने का सन्देश आने पर ok पर चटका लगा दे | लेकिन ध्यान रहे इस PeTOUSB विण्डो को बंद ना करे |
7- अब विण्डो के स्टार्ट मेनू के Run में जाकर cmd टाईप करें | यह टाईप करते ही एक console window खुलेगी जिसमे आपको डॉस कमांड देते हुए उस फाइल से जो सबसे पहले आपने डाउनलोड कर सहेजी थी के Bootsect फोल्डर में जाना है |
मैंने इसे My Documents से सहेज कर रखा था और निम्न कमांड देते हुए इस फोल्डर को खोला |
७- 1- cd my documents
2- cd flash drive prep
3- cd Bootsect
8- उपरोक्त टाईप करने के बाद आप bootsect.exe /nt52 g: टाईप करे | यहाँ g: आपके पेन ड्राइव का वोल्यूम नाम है यदि आपके पेन ड्राइव का वोल्यूम नाम f , g , या जो भी हो वह g: की जगह टाईप करे |
9- bootsect.exe /nt52 g: टाईप करने के बाद Bootcode update होने का सन्देश दिखाई देता है तब इस console window को बंद करदे | ( लेकिन सबसे पहले खुली console window को कदापि बंद ना करे )
10- अब PeToUSB विण्डो को भी बंद करदे लेकिन ध्यान रहे सबसे पहले खुली कंसोल विण्डो अब भी खुली रखनी है |
11- जैसे ही PeToUSB विण्डो को बंद करेंगे पहले से खुली कंसोल विण्डो में एक लिस्ट दिखाई देगी जिसमे चुनने के लिए 8 आप्शन दिखाई देंगे |
12- सबसे पहले इस कंसोल विण्डो में दिखाई सूचि के आप्शन से 0 सलेक्ट करने के लिए 0 टाईप कर एन्टर बटन दबाए उसके बाद 1 लिखकर फिर एन्टर बटन पर चटका लगाएं तुंरत एक विण्डो खुलेगी जिसमे सी डी /डी वी डी रोम सलेक्ट कर ok पर चटका लगाएं ( ध्यान रहे इस वक्त आपके सी डी / डी वी डी रोम में विण्डो एक्सपी की इंस्टालेशन सी डी होनी चाहिए )|
13- अब 2 सलेक्ट करते हुए 2 टाईप कर एन्टर पर चटका लगाये और उसके बाद एक वर्चुअल ड्राइव का नाम देने के लिए x टाईप करे |
14- अब 3 टाईप करे व usb drive का नाम जैसे g , f ,h जो भी आपके usb drive का नाम हो उसे लिखे |
15- अब 4 टाईप कर एन्टर बटन दबाएँ व आगे मिलने वाले निर्देशों का पालन करते
लगभग १५ से २० मिनट तक इंतजार करे बीच बीच में देखते जाए कुछ निर्देश मिलेंगे जैसे आगे बढ़ने के लिए कोई बटन दबाएँ आदि आदि | इस प्रक्रिया के पूर्ण होते ही आपका पेन ड्राइव विण्डो इंस्टालेशन के लिए तैयार हो जायेगा | इसे जांचने के लिए कंप्यूटर की बायोस सेटिंग में पहला बूट डिवाइस usb को कर दे व कंप्यूटर रिस्टार्ट करे आपका कंप्यूटर पेन ड्राइव से बूट होगा | ;;
ज्ञान दर्पण के सभी तकनीकी लेख
2-कंप्यूटर ड्राइवर्स का बेकअप कैसे ले
3-ऑडियो कैसेट से सी डी केसे बनाये
4-कम्पूटर स्क्रीन का विडियो केसे बनायें
5- आपकी दुकान इन्टरनेट पर
6-ब्लॉग पर बोलने वाला स्वागतकर्ता लगाएं
7-एक क्लिक में वेबसाइट बनाये
10-फ्री वेब होस्टिंग यहाँ उपलब्ध है
12-वेब साईट बनाने के सोफ्टवेयर
13-फ्लैश वेबसाइट बनाने के सोफ्टवेयर
14-यु ट्यूब से वीडियो कैसे डाउनलोड करे
17-इन्टरनेट पर बेहतर सर्च करें
18-गूगल की कमजोरी
20-मौत की तारीख़ बताये वेबसाइट
21-क्या आप धीमी डाउनलोड गति से परेशान है ?
22-डिलीट फाइलें रिकवर कैसे करें ?
23-क्या आप भी regsvr.exe वायरस से परेशान है ?
25-इन्टरनेट का दुरूपयोग कैसे रोके
18-गूगल की कमजोरी
28-पेन ड्राइव को बूट एबल लाइव लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम बनाएं
33-वी एल सी मीडिया प्लेयर को बनाए विण्डो मीडिया प्लेयर जैसा या अपनी पसंद अनुसार
53-पेन ड्राइव को बूट एबल विण्डो एक्सपी इंस्टालेशन डिवाइस बनाना
Read more: http://www.gyandarpan.com/2009/01/blog-post_6759.html#ixzz0uhUHhcab
58-वेबसाइट कंट्रोल पेनल में कहाँ कैसे अपलोड करें
और अब पोर्टेबल साफ़्ट्वेयरों का जलवा

ये पोर्टेबल साफ़्टवेयर है क्या?
पोर्टेबल साफ़्टवेयर से अभिप्राय उन साफ्टवेयरों से है जिनका साइज सामान्य से कम होता है और जिन्हे कम्प्यूटर पर बिना इंस्टाल किये चलाया जा सकता है। इन साफ्टवेयरों को आप अपनी यू एस बी ड्राइव मे लेकर कहीं भी ले जा सकते हैं और बिना इंस्टाल किये किसी भी कम्प्यूटर पर चला सकते हैं।
ओपन सोर्स पोर्टेबल साफ़्टवेयर।
ओपन सोर्स साफ़्टवेयर किसी भी आदमी की बेसिक जरूरत को पूरा कर सकता है। अब अगर ये पोर्टेबल रुप मे उपलब्ध हो जाएँ तो कैसा हो
जी हाँ ! पोर्टेबल एप्स को आप कहीं भी ले जा सकते हैं और किसी भी कम्प्यूटर पर बिना इन्स्टाल किये चला सकते हैं। ये ओपन सोर्स हैं और आपकी हर बेसिक जरूरत को पूरा करने मे सक्षम हैं।
इन्हें कैसे उपयोग करें?
पोर्टेबल एप्स को आप http://portableapps.com/suite से डाउनलोड कर सकते हैं।
ये एक ई एक्स ई फ़ाइल होती है उसे रन करें रन होने पर ये आपसे फैलने के लिए जगह मागेगा । अपनी यू एस बी पेन ड्राइव लगाएँ और उसका पता इसे दे दें।
जब ये आपकी पेन ड्राइव मे इन्स्टाल हो जाये तो आप तैयार हैं।
आप जब भी किसी कम्प्यूटर मे अपनी पेन ड्राइव लगायेंगे तो इसका आटो रन इसके मीनू को शुरू कर देगा। ये आपके टास्कबार मे दाईं तरफ घडी के पास दिखाई देगा। इसका मीनू विन्डोज़ के स्टार्ट मेनू से कम नही है। दाईं तरफ ये साफ्टवेयरों को दिखाता है और बाएँ तरफ ये डाक्यूमेंट्स म्यूजिक पिक्चर वीडियो जैसे फोल्डर और उनके लिंक्स देकर ये आपको फाइल्स मैनेज करने की सुविधा देता है। इसमे एक सर्च और बैकअप फीचर भी है।
सबसे नीचे ये यह बताता है कि आपकी यू एस बी पेन ड्राइव मे कितनी जगह बची हुई है।
मेरी व्यक्तिगत सलाह तो यही है कि हर किसी को अपनी पेन ड्राइव मे इसे इंस्टाल करके रखना चाहिऐ क्या पता कब क्या जरूरत पड़ जाये।
यानी कि आप जब किसी अन्य के कम्प्यूटर मे इन्टरनेट अथवा ईमेल का प्रयोग करें तो आपका अपना ब्राउजर और ई मेल क्लाइंट आपके साथ होगा। और हाँ इन्टरनेट हिस्ट्री भी कोई नही चेक कर सकता क्यूंकि आप तो अपना ब्राउजर अपने साथ ले जा चुके होंगे।
इसके तीन संस्करण उपलब्ध हैं :-
स्टैण्डर्ड एडिशन : इसमे आपको ये साफ़्टवेयर मिलेंगे :
क्लाम विन एंटीवायरस
मोजिला फ़ायर फ़ाक्स
गैम(जी आई ए एम) मैसेंजर
ओपेन आफ़िस
सुडोकू
मोजिला सनबर्ड
मोजिला थन्डरबर्ड
ये ५१२ एम बी की ड्राइव के लिये बढ़िया है
लाइट एडिशन: इसमे ओपेन आफ़िस की जगह एबीआई वर्ड होता है बाकी साफ़्टवेयर वही होते हैं. यह २५६ एम बी की ड्राइव के लिये है.
बेस एडिशन: इसमे आपको साफ़्टवेयर चुनना होता है. इसमे केवल आपको मीनू, बैक अप यूटिलिटी और फ़ोल्डर आइकान्स मिलते हैं. ये डाउनलोड मे लगभग १ एम बी का होता है. कम क्षमता वाली ड्राइवो के लिये ये एक अच्छा विकल्प हो सकता है
इसके अलावा अन्य बहुत सारे साफ़्ट्वेयर अलग से डाउनलोड के लिये उपलब्ध हैं. इनकी लिस्ट आप यहां से पा सकते हैं http://portableapps.com/apps
तो फ़िर देर किस बात की अभी डाउनलोड करें http://portableapps.com/suite
हिन्दी में प्रोग्रामिंग तथा कम्प्यूटरी जानकारियों के ठिकाने
http://printf-scanf.blogspot.com
यहां आप सी प्रोग्रामिंग वीडियो ट्रेनिंग के जरिए सीख सकते हैं:
http://www.youtube.com/view_play_list?p=991FDE41EA8A3724
कम्प्यूटर हिन्दी: ये ब्लाग निश्चित रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है जो कि हिन्दी भाषा में कम्प्यूटरी ज्ञान को लाना चाहते हैं. चूंकि पूरी कम्प्यूटर तकनीक का विकास विदेशों में हुआ अत: उसकी सारी शब्दावली अंग्रेजी में ही है. यदि हम उसके बारे में हिन्दी में लिखने की कोशिश करते हैं तो न चाहते हुए भी हिन्दी की हिन्ग्लिश बन जाती है. इस ब्लाग में कम्प्यूटर के ढेर सारे शब्दों का हिन्दी अनुवाद दिया हुआ है. यह ब्लाग हिन्दी के तकनीकी लेखकों के अलावा हिन्दी में अनुप्रयोग विकसित करने वालों के लिए भी खासा उपयोगी है.
इसी ब्लाग से कुछ उदाहरण : virtual memory = आभासी स्मृति, underscore = अधोरेखा.
http://computerhindi.blogspot.com/
[कम्प्यूटर हिन्दी के बारे में मेरी टिप्पणी: इस ब्लाग में मुझे वो जानकारी मिली जिसे मैं कई दिनों से खोज रहा था. मुझे तकनीकी लेखन में खासी दिक्कतें आ रही थी क्योंकि हिन्दी में कम्प्यूटर की कोई मानक शब्दावली नही मिल रही थी. computerhindi.blogspot.com के पीछे कार्य कर रहे लोगों को मेरी ओर से बहुत बहुत धन्यवाद]
श्रीश जी वापस आ गये हैं. नई प्रविष्टियों का इंतजार है
http://epandit.shrish.in/
रविरतलामी का हिन्दी ब्लाग: यहां तकनीकी, व्यंग्य, विविध विषयों पर लेख मिलेंगे.
http://raviratlami.blogspot.com/
तरकश डाट काम: तरकश में आप अंतर्जाल व तकनीक से संबंधित खबरें प्राप्त कर सकते हैं. व्यक्तिगत कम्प्यूटरी पर भी उपयोगी लेख मिलेंगे.
http://www.tarakash.com/2/e-word.html
आओ हिन्दी में कम्प्यूटर सीखें
http://learncomputersinhindi.blogspot.com
हिन्दी टेक ब्लाग: इस चिट्ठे से आप नित नए उपयोगी अनुप्रयोगों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. चिट्ठे की खास बात: ये चिट्ठा नियमित अद्यतन होता है. माह में तीस से ऊपर प्रविष्टियां आती हैं.
http://computerlife2.blogspot.com/
ज्ञान दर्पण के तकनीकी कालम में आपको इंटरनेट, विंडोज, लिनक्स आदि से संबंधित ढेर सारे लेख मिलेंगे. इसके अलावा कम्प्यूटर की समस्याओं के भी समाधान मिलेंगे.
http://www.gyandarpan.com/2009/01/blog-post_6759.html
उन्मुक्त जी के चिट्ठे में भी ढेर सारी जानकारियां उपलब्ध हैं, खास तौर से मुक्त स्रोत अनुप्रयोगों के बारे में.
http://unmukt-hindi.blogspot.com/search/label/%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%AB%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%AF%E0%A4%B0
कुन्नू सिंह का ब्लाग: ढेर सारी जानकारियां. विशेष तौर पर वेब होस्टिंग तथा इंटरनेट के बारे में.
http://kunnublog.blogspot.com/
कंट्रोल पैनल: अंतर्जाल, तकनीक, संचार व मल्टीमीडिया से संबंधित लेख आप यहां से प्राप्त कर सकते हैं.
http://www.readers-cafe.net/controlpanel/
अंकुर गुप्ता का हिन्दी ब्लाग: इंटरनेट एवं साफ़्टवेयर के बारे में इस ब्लाग में जानकारी मिल सकती है. लिनक्स के प्रयोग से संबंधित लेख भी मिलेंगे.
http://ankurthoughts.blogspot.com
वेब डेवलपमेंट पर अंकुर गुप्ता: अभी तक वेबसाइट डेवलपमेंट तथा प्रोग्रामिंग की जानकारियां मुख्य रूप से अंग्रेजी में उपलब्ध थीं. इस ब्लाग में इन जानकारियों को हिन्दी में उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है. यहां आप PHP, Mysql, jQuery, Code Igniter आदि से संबंधित जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं तथा वेब डेवलपमेंट सीख सकते हैं.
http://webtutsbyankurgupta.blogspot.com/
अद्यतन १
संचिका : इस ब्लाग में आप एचटीएमएल संबंधी शिक्षण सामग्री प्राप्त कर सकते हैं
http://sanchika.blogspot.com/search/label/html
अद्यतन २
तकनीक चिट्ठा. इस चिट्ठे में आप वर्डप्रेस, जूमला तथा काम के अन्य औजारों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस चिट्ठे की सामग्री गुणवत्ता अच्छी है परंतु ये चिट्ठा काफ़ी लंबे अरसे अद्यतन नही हुआ है.
http://takneek.wordpress.com/
* * *
यदि कुछ छूट गया हो तो टिप्पणी करके बताएं
Friday, July 23, 2010
Thursday, July 22, 2010
मोटे हैं तो क्या हुआ दिमाग वाले हैं....

एक नई खोज जो दुनिया को बदल कर रख देगी
यह तो चक्के के आविष्कार की तरह है, जिसने सदियों पहले दुनिया को बदल कर रख दिया था.
वैज्ञानिकों ने अब यह खोज कर दिखाया है कि महिलाएँ जितनी ज्यादा मोटी होंगी, उनका दिमाग उतना ही ज्यादा तेज, सक्षम और दक्ष होगा.
इस खोज से तो, अचानक ही, जैसे दुनिया बदल गई है. आज के अख़बार में इस समाचार को पढ़कर आधी दुनिया खुशियाँ मना रही है, जिसमें मेरी बीवी भी शामिल है. अचानक ही उसका टेंशन जैसे कि टें बोल गया है. हर सुबह उठने पर वो वेइंग स्केल में अपने कम न होते वज़न को देख कर दिन भर व्यथित होती रहती थी, आज इस समाचार को पढ़कर वो सुबह से ही खुश है! आज वो अपने भारी भरकम, तेज दिमाग वाली होने के अहसास से बेहद प्रसन्न है.
इस क्रांतिकारी खोज की वजह से चहुँओर उथल पुथल मचनी ही है. अखबारों में वैवाहिक विज्ञापनों मेंगोरी स्लिम कन्या चाहिए के बजाए गोरी वज़नी कन्या चाहिए दिखाई देने लगेंगे. क्योंकि जितनी ज्यादा वज़नी कन्या उतना वज़नी दिमाग. अब विवाह योग्य कन्या को दिखने में न सिर्फ खाते-पीते घर का होना चाहिए, बल्कि खुद उसे ओवर-डाइट वाली होना चाहिए ताकि दिनों दिन उत्तरोत्तर उसका वज़न और नतीजतन उसका दिमाग बढ़ता रहे.
बाजारों में जमे हुए उच्च क़ीमत के स्लिमिंग ट्रीटमेंट और स्लिमिंग सेंटरों को या तो अपना बोरिया बिस्तरा समेटना होगा या फिर धंधा बदलना होगा. वीएलसीसी स्लिमिंग सेंटर को सीसीएलवी हैवी सेंटर जैसा नया नाम और नया धंधा धारण करना होगा जो स्लिम सुंदर स्त्रियों को ज्यादा सुंदर और श्रेष्ठ दिमाग वाली यानी वजनदार बनाने में सहायता करेगा. वैसे, इस नए धंधे और नए तरह के ट्रीटमेंट के सफल होने के शत प्रतिशत चांस होंगे और असफलता का प्रतिशत नगण्य होगा. स्त्रियाँ नित्य अपना बढ़ता वज़न और फलस्वरूप बढ़ते दिमाग को देख कर प्रसन्न होते फिरेंगीं. एक पतली स्त्री मोटी स्त्री को देख-देख जलेगी कुढ़ेगी, अपने आप को उसके सामने दबा-कुचला महसूस करेग और स्वयं उससे ज्यादा मोटी और इस तरह ज्यादा दिमागदार होने की पूरी कोशिश करेगी. वहीं एक मोटी, स्थूलकाय स्त्री अपने से पतली स्त्री की ओर वितृष्णा की नजर मारेगी और मन ही मन कहेगी – बेदिमाग कहीं की!
स्लिमिंग कैप्सूल, ट्रेडमिल, एरोबिक्स, लिपोसक्शन इत्यादि इत्यादि बातें ऐतिहासिक हो जाएंगीं और नए जमाने के नए, वजनदार विकल्प सामने आ जाएंगे. नए ब्रांड और नए उत्पाद आएंगे जैसे कि एनर्जी और फैट्स से लबालब पोटैटो चिप्स जिसका एक पैकेट खाने पर आपके वज़न में सौ ग्राम की वृद्धि करने की शर्तिया क्षमता रखता है. ट्रेडमिल की जगह ट्रेडकाउच प्रचलन में आ जाएगा जिस पर घंटा भर बैठ कर जँभाई लेते रहने से छंटाक भर वज़न बढ़ने की शर्तिया गारंटी होगी.
पुरुषों के लिहाज से भी यह नई खोज क्रांतिकारी होगी. साइज़ जीरो कन्याओं की तरफ उनका रुझान अब कम होगा. क्योंकि इसमें फिर जीरो साइज दिमाग युक्त कन्याओं से पाला पड़ने का खतरा होगा. जाहिर है, पुरुष ऐसे खतरे उठाने से परहेज करेगा और वो दिमागदार, वजनदार स्त्रियों को तरजीह देगा. वैसे भी असली सुंदरता तो, पुरुषों के लिहाज से, दिमागदार होने में ही है. उसकी सदियों पुरानी जेनेटिकली डिफ़ाइन्ड पसंद नापसंद में गंभीर परिवर्तन के संकेत साफ नजर आ रहे हैं. पुरूष अपने संगी के रूप में स्थूलकाय, भीमकाय, मोटी स्त्री को पाकर प्रसन्न होगा और समाज में गर्व से ज्यादा ऊँचा सिर उठाकर चलेगा – उसकी पत्नी ज्यादा दिमागदार जो होगी.
वैसे भी, इस दुनिया में बेवकूफ़ों, बेदिमाग वालों का क्या काम? तो यदि आप स्त्री हैं तो अपना स्वयं का दिमाग बढ़ाएँ, और यदि आप पुरुष हैं तो अपने आसपास, घर-परिवार की स्त्रियों का दिमाग बढ़ाने में मदद करें. दुनिया को दिमागदार स्त्रियों से भरपूर बनाने में मदद करें.
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Sunday, July 18, 2010
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